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हिन्दी दिवस
सितम्बर 2015

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हिन्दी राइटर्स गिल्ड ने धूमधाम से मनाया हिन्दी दिवस – 2015

सुमन कुमार घई
12 सितम्बर, 2015–ब्रैम्पटन –शनिवार को दोपहर 2 बजे से शाम के 5 बजे तक हिन्दी राइटर्स गिल्ड ने ब्रैम्पटन लाईब्रेरी की चिंगूज़ी शाखा के सभागार में हिन्दी दिवस मनाने के लिए एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया। यह कार्यक्रम केवल हिन्दी स्कूलों के बच्चों के लिए आयोजित किया गया था। प्रतिभागी बृहत टोरोंटो के विभिन्न क्षेत्रों से बैम्पटन पहुँचे। कार्यक्रम में आमन्त्रित विशेष अतिथियों में भारत के काउंसलाधीश श्री अखिलेश मिश्र और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती रीति मिश्र, अंतरराष्ट्रीय साहित्यिक त्रैमासिक पत्रिका हिन्दी चेतना के संस्थापक, संपादक श्री श्याम त्रिपाठी, श्री कमल भाटिया और उनकी पत्नी श्रीमती रश्मि भाटिया थे।
कार्यक्रम में भाग लेने वाले बच्चों का पंजीकरण डेढ़ बजे आरम्भ हो गया और सदा की तरह समय का पालन करते हुए हिन्दी राइटर्स गिल्ड ने कार्यक्रम ठीक दो बजे आरम्भ कर दिया। कार्यक्रम की संचालिका भुवनेश्वरी पांडे थीं। हिन्दी दिवस उत्सव को आरम्भ किया लक्ष्मी नारायण मंदिर, स्कारबरो के हिन्दी स्कूल के बच्चों ने गणेश वंदना से। यह स्कूल श्री श्याम त्रिपाठी के निर्देशन में चल रहा है। गणेश वन्दना के पश्चात आशा बर्मन ने श्री सोम ठाकुर द्वारा लिखित "भाषा वन्दना" का सस्वर पाठ किया। भुवनेश्वरी जी ने श्याम त्रिपाठी जी को दो शब्द कहने के लिए आमन्त्रित किया। त्रिपाठी जी ने अपने सम्बोधन में हिन्दी अध्यापकों का धन्यवाद करने के साथ-साथ उन अभिभावकों की भी सराहना की जो अपने बच्चों को हिन्दी सिखाने का प्रयास करते हैं। उन्होंने कार्यक्रम में भाग लेने वाले बच्चों का स्वागत करते हुए उन्हें आशीर्वाद दिया। इसके साथ ही कार्यक्रम का मुख्य चरण आरम्भ हो गया।
बच्चों ने हिन्दी कविताएँ, लघु कथाएँ, भजन, अपने विचार और संस्कृत के श्लोक प्रस्तुत किये। कार्यक्रम में भाग लेने वाले बच्चों के नाम हैं – श्रेया पाण्डेय, सम्यक सिंह, विहान सैनी, ईशान वर्मा, गायत्री जैन, संगीत कुमार, शिवेन चौधरी, ईशा शंकर, कृष पाण्डेय, सिमरन राठौर, सान्वी शर्मा, समन्यू शर्मा, आर्यन तिवारी, संसिता मल्होत्रा, सक्षम बत्रा, नीति धीमान, अर्जुन राठौर, अनिरुद्ध महेश, दीपांशी राज़दान, संजना कपूरिया, कृष्णा ठूसू, वित्सता धर, गौरी चावला, नक्षत्र चन्द्रा, शिवांश धर, तन्वीशा शर्मा, रुद्र शर्मा, तृषा कपूरिया, अणिका बिरला, स्निग्धा मल्होत्रा, मितांशी मखीजा, ईशान बत्रा, नील कपूरिया और ऋषभ राणा। जब मितांशी मखीजा ने "सारे जहां से अच्छा" गाया तो सभी श्रोताओं ने खड़े होकर नन्ही बच्ची का साथ दिया।
बच्चों की प्रस्तुति के बाद संचालिका भुवनेश्वरी पांडे ने अपने द्वारा लिखित दो बाल कविताएँ सुनायीं। श्रीमती भुवनेश्वरी पांडे कैनेडा की एक मात्र लेखिका हैं जिन्होंने बच्चों के लिए बाल-कविताओं की पुस्तक प्रकाशित की है। डॉ. शैलजा सक्सेना ने "दादी के कोने" से एक बाल कहानी "जादू का ब्रश" बच्चों को सुनाई जिसको बच्चों ने बड़े ध्यान से सुना और कहानी का आनन्द उठाया।
भारत से आए व्यवसायिक मंडल के कारण काउंसलाधीश देर से पहुँचे। उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए हिन्दी के महत्व पर बल दिया। उन्होंने हिन्दी राइटर्स गिल्ड को कार्यक्रम आयोजित करने के लिए धन्यवाद देते हुए गिल्ड की कार्यक्षमता पर विश्वास प्रकट किया। आमतौर पर यह कार्यक्रम भारतीय काउंसलावास आयोजित करता है परन्तु इस वर्ष उपरोक्त व्यस्तता के कारण यह दायित्व हिन्दी राइटर्स गिल्ड ने निभाया। काउंसलाधीश अखिलेश जी और उनकी धर्मपत्नी रीति जी ने प्रतिभागी बच्चों को एक-एक उपहार बैग और एक-एक ट्रॉफी भेंट की। इस भेंट का खर्चा काउंसलावास ने किया था। बच्चों को पुरस्कार में दी गई पुस्तकें डॉ. शिवनन्दन सिंह यादव के सौजन्य थीं। गिल्ड की ओर धन्यवादज्ञापन देते हुए डॉ. शैलजा सक्सेना ने इस कार्यक्रम के लिए आर्थिक सहायता करने वालों, आयोजक मंडल, हिन्दी अध्यापकों, बच्चों के माता पिता और सबसे बढ़कर बच्चों की सराहना की।
कार्यक्रम के अंत में अल्पाहार की अच्छी व्यवस्था थी। इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले बच्चों के अतिरिक्त सौ से अधिक श्रोता उपस्थित थे।
सुमन कुमार घई

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