भारत के शिक्षा मंत्री, यशस्वी साहित्यकार डॉ. रमेश पोखरियाल ’निशंक’
एक प्रबुद्ध रचनाकार का सम्मान पूरे साहित्य को नमन होता है और एक कर्मठ सार्वजनिक व्यक्तित्व का सम्मान पूरे समाज को नमन होता है और यदि इन दोनों पहलूओं का समावेश एक व्यक्तित्व में हो, तो ऐसा सम्मान विश्व के हर जागरूक साहित्य प्रेमी तथा देश प्रेमी के लिए अति विशेष अवसर होता है। ऐसा ही एक अनूठा आयोजन था 16 जनवरी 2021 को, जब सुप्रसिद्ध साहित्य-साधक एवं वर्तमान में भारत के केंद्रीय शिक्षा मंत्री श्री रमेश पोखरियाल निशंक जी को कैनेडा के हिंदी राइटर्स गिल्ड की ओर से साहित्य गौरव सम्मान 2021 से सम्मानित किया गया । इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने वालों में कई सारे विशेष नाम थे जिन में कुछ अति उल्लेखनीय हैं उत्तराखंड की महामहिम राज्यपाल श्रीमती बेबीरानी मौर्य, कैनेडा में भारत के हाई कमिश्नर श्री अजय बिसारिया, टोरंटो में प्रधान कॉन्सुल श्रीमती अपूर्वा श्रीवास्तव आदि। इस अवसर पर हिंदी राइटर्स गिल्ड द्वारा प्रकाशित कैनेडा के 41 कवियों के पद्य संकलन ’सपनों का आकाश’ और 21 लेखकों के गद्य संकलन ’संभावनाओं की धरती’ का लोकार्पण श्री निशंकजी एवं अन्य गणमान्य अतिथियों के द्वारा हुआ। इन संकलनों पर अपने विचार रखे रवींद्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के चांसलर और टैगोर इंटरनेशनल सेंटर के चेयरमैन श्री संतोष चौबे जी ने। इसके पश्चात चर्चा शुरू हुई डॉक्टर निशंक के द्वारा रचित साहित्य पर, जिस पर डॉ रमा एवं डॉ योगेंद्र नाथ शर्मा अरुण ने अपनी टिप्पणियाँ प्रस्तुत की। कार्यक्रम को आयोजित करने में अहम भूमिका रखने वाले, केंद्रीय हिन्दी संस्थान के उपाध्यक्ष श्री अनिल जोशी जी ने कार्यक्रम में अपने विचार रखे। गिल्ड की ओर से समारोह का संयोजन और संचालन किया डॉक्टर शैलजा सक्सेना ने, जबकि अन्य सह संस्थापक विजय विक्रांत और सुमन घई भी मौजूद रहे। गिल्ड की तरफ से कृष्णा वर्मा ,मानोशी चटर्जी, आशा बर्मन, पूनम चन्द्रा 'मनु', अंबिका शर्मा, विद्याभूषण धर, लता पांडेय, संदीप कुमार, डॉ. नरेंद्र ग्रोवर, और दीपक राज़दान भी सम्मलित हुए। श्रीमती मानोशी चटर्जी ने शिक्षा मंत्री डॉक्टर श्री रमेश पोखरियाल निशंक जी के जीवन तथा उनके साहित्यिक योगदान के संबंध में बताया कि उनका जीवन राजनीति तथा साहित्य का एक अद्भुत संगम है। उन्होंने साहित्य की विभिन्न विधाओं में रचनायें कीं तथा इसके लिये लिए कई पुरस्कार भी प्राप्त किये। हिंदी राइटर्स गिल्ड की निदेशक सदस्य श्रीमती आशा बर्मन ने हिंदी राइटर्स गिल्ड के द्वारा दिए गए प्रशस्ति पत्र को सभी श्रोताओं को पढ़कर सुनाया और उसके पश्चात प्रशस्ति पत्र प्रदान का कार्यक्रम आरंभ हुआ। देहरादून के राज भवन में गिल्ड की तरफ से राज्यपाल महोदय के द्वारा निशंक जी को ट्राफी साथ, सम्मान पत्र एवं अंग वस्त्र सौंपा गया। निशंक जी का वक्तव्य उनके व्यक्तित्व की तरह ही सब पर अपनी गहरी छाप छोड़ गया।महामहिम राज्यपाल के संबोधन के पश्चात अंततः गिल्ड की तरफ से अंबिका शर्मा के द्वारा सभी अतिथियों, उत्तराखंड की महामहिम राज्यपाल श्रीमती बेबीरानी मौर्य, कैनेडा में भारत के हाई कमिश्नर श्री अजय बिसारिया, टोरंटो में प्रधान कॉन्सुल श्रीमती अपूर्वा श्रीवास्तव ,श्री अनिल जोशी जी, श्री संतोष चौबे जी आदि का धन्यवाद ज्ञापन किया गया। इसके अतिरिक्त सभी अन्य प्रतिभागियों और यूट्यूब और फेसबुक से जुड़े दर्शकों एवं श्रोताओं का धन्यवाद ज्ञापन दिया गया। इस कार्यक्रम में जिस तरह से 50 से भी ज्यादा देशों से हिंदी साहित्य प्रेमी व विशिष्ट नागरिक जैसे पद्मभूषण एवं पद्मश्री से सम्मानित अनेक विद्वान, कई विश्वविद्यालयों के कुलपति, इसरो के वैज्ञानिक आदि जुड़े, उसे देख कर भारतवर्ष के भीतर और बाहर रचे जा रहे भारतीय भाषा साहित्य के मध्य की दूरी सिकुचती नजर आई और हिंदी के विकास को समग्र वैश्विक स्तर पर देखे जाने की चर्चा को और बल मिला। साथ ही इस सफल प्रयास द्वारा कैनेडा ने हिंदी के विश्व पटल पर अपने स्थान को मजबूत किया। इस अवसर पर कैनेडा से कई गणमान्य व्यक्तियों जैसे श्री बॉब सिरोया, सतीश ठक्कर, मुरारीलाल थपलियाल, विक्रम लांबा तथा भारत से डॉ हरीश नवल और पंकज शर्मा आदि ने गिल्ड और निशंक जी कोअपनी शुभकामनाएं भेजीं। ‘निशंक’ जी का परिचय: देश की सेवा में निरंतर तत्पर एक भारतीय राजनेता, सामाजिक कार्यकर्ता और साहित्यकार- डॉ। रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ जी उत्तराखंड से आते हैं। आर्थिक रूप से विनम्र पृष्ठभूमि से आने के बावजूद वे साहित्य और राजनीति के क्षेत्र में अग्रणी रहे हैं। उन्हें देश-विदेश में एक लेखक, साहित्यकार, कवि एवं संवेदनशील विचारक के रूप में ख्याति प्राप्त है। उन्होंने कविता, उपन्यास, खंड कविता, लघु कथा, संस्मरण, बाल कथा आदि विधाओं पर ७५ से अधिक पुस्तकों की रचना की है जो विश्व के 10 से अधिक भाषाओं में प्रकाशित हो चुके हैं। उनके लेखन से मन में सहज ऊर्जा और विश्वास जागृत होता है। साहित्य और प्रशासन के क्षेत्र में उन्हें अनेकों पुरस्कारों से अलंकृत किया जा चुका है जिनमें तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा साहित्य भारती पुरस्कार, पूर्व राष्ट्रपति डॉ। ए।पी।जे। अब्दुल कलाम द्वारा- साहित्य गौरव सम्मान, दुबई सरकार द्वारा ‘भारत गौरव सम्मान’ एवं कई अन्य सम्मान शामिल हैं। हिन्दी राइटर्स गिल्ड का परिचय: हिन्दी राइटर्स गिल्ड का उद्देश्य कैनेडा में हिन्दी साहित्य के प्रति लोगों में रुचि जगाना, लेखकों को कैनेडा की पृष्ठभूमि को ध्यान में रखते हुए लेखन के लिए प्रोत्साहित करना, कैनेडा में हिन्दी पुस्तकों के प्रकाशन को स्थापित करना इत्यादि हैं। वर्ष २००८ में बनी इस संस्था ने अभी तक कई महत्वपूर्ण लक्ष्यों को पूरा किया है ! साहित्य के विषय में पिछले कुछ समय में गिल्ड विश्व स्तर पर समान सोच रखने वाले कई अन्य संस्थाओं के साथ गहराई से जुड़ कर प्रयासरत रहा है। इस कार्यक्रम का वीडियो देखने के लिए कृपया इस लिंक पर क्लिक करें: Click here