हिन्दी दिवस सितम्बर 2021
हिन्दी राइडर्स गिल्ड कैनेडा के सौजन्य से दिनांक 18 सितंबर 2021 को हिन्दी भाषा के संरक्षण संवर्द्धन हेतु एक शानदार यादगार आयोजन किया गया। सर्वप्रथम आशा बर्मन जी ने सभी वक्ताओं तथा दर्शकों का स्वागत करते हुये सबको हिन्दी दिवस की बधाई दी | इसमें पश्चात् हिन्दी के सुप्रसिद्ध कवि श्री सोम ठाकुर जी की भाषा वन्दना को गाकर प्रस्तुत किया | कार्यक्रम का संचालन तीन सत्रों में किया गया — पहले सत्र में सभी अतिथियों और गणमान्य सदस्यों जैसे विदेश मंत्री भारत सरकार श्री जयशंकर जी और राज्य विदेश मंत्री श्रीमती मीनाक्षी लेखी जी का स्वागत, संदेश वीडियो और परिचय डॉ. शैलजा सक्सेना जी ने किया। इस संयोजन की सूत्रधार रहीं– श्रीमती आशा बर्मन जी ने इनके वीडियो शुभाशंसा व निर्देशन नेतृत्व की दो वीडियो पूरे सदन सहभागी सदस्यों को दिखाईं। काउंसलाधीश अपूर्वा श्रीवास्तव जी और श्री अनिल जोशी के परिचय व कर्मठ प्रतिबद्ध नेतृत्व के साथ-साथ उनका उद्बोधन व वक्तव्य भी रहा। दोनों वरिष्ठ प्रवक्ताओं ने हिन्दी के प्रति अपनी श्रद्धा और संकल्प शक्ति को दोहराया और समूचे आयोजक मंडल व डॉ. शैलजा सक्सेना जी का प्रोत्साहन करते हुये कार्यक्रम की सफलता की शुभकामनाएँ दीं। इसके बाद डॉ. शैलजा सक्सेना जी ने अपने विशेष वक्ताओं का धन्यवाद ज्ञापन किया। दूसरे सत्र में श्रीमती कृष्णा वर्मा जी ने सभी प्रतिभागियों का प्रतियोगिता का और निर्णायक मंडल का परिचय सुधी-सदन से करवाया। बच्चों की इस अनूठी प्रतियोगिता में हर उम्र के बच्चों ने बहुत जोश व उत्साह से भाग लिया। गीत, कविता, हिन्दी भाषा से जुड़े अपने अनूठे अनुभवों से प्रतिभागियों ने सदन का मन मोह लिया। सम्मानित निर्णायक मंडल में सुमन कुमार घई, आशा बर्मन, लता पांडे, डॉ. नरेंद्र ग्रोवर जी रहे। लता जी ने सभी विजेताओं की पाँच वीडियो सबसे साझा कीं और सम्मान पुरस्कार और ट्रॉफ़ी की सूचना दी। जिन बच्चों ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया था उन 40 बच्चों को पांच विभिन्न भागों में उम्र के हिसाब से बांटा गया । पहले ग्रुप में 2 वर्ष से 6 वर्ष के बच्चे थे, जिनके नाम इस प्रकार हैं, आर्य पारीक, अविका सिंह, वृंदा गोसाई ,नंदिनी वर्मा ,कियारा तिवारी, अर्नव सूद ,काव्या अबी, रीमा कोटीबायना तथा अहाना चौहान दूसरे ग्रुप में 7 वर्ष से 9 वर्ष के बच्चे शामिल थे जिनके नाम इस प्रकार हैं, काशवी शर्मा, ख्याति जोहरी, अयान चौहान ,मिशिका पराशर , वन्या सूद, वियान गोसाई अनुश कोहली सहज कृष्ण बंसल तथा विविक्शा वढेरा तीसरे ग्रुप में 10 वर्ष से ११ वर्ष के बच्चे शामिल थे जिनके नाम इस प्रकार हैं, रूद्र शर्मा ,आदित्य गुप्ता, अनुवा शूज अंशी जैन, आयाति ओझा, अस्मि चन्द्रा सामान्यू शर्मा वृंदावा पवानी तथा इराज उपाध्याय चौथे ग्रुप में १२ वर्ष से १४ वर्ष के बच्चे शामिल थे जिनके नाम इस प्रकार हैं, तन्वी शर्मा, सम्यक सिंह, वेदिका लूथरा, अवनि गुप्ता,अरिव कोहली, श्रीनिधि वेंकट गणेश, अक्स जैन, नेहा भार्गव तथा सोफिया गर्ग । पांचवें ग्रुप में १५ वर्ष से १७ वर्ष के बच्चे शामिल थे जिनके नाम इस प्रकार हैं कार्णिक पराशर, सुहाना टॉमसन, वृंदा बंसल तथा रेवा वर्मा । बच्चों की इस प्रतियोगिता में जो बच्चे विजेता घोषित किये गये उनके नाम इस प्रकार हैं : ग्रुप १: रीमा कोटीबॉयना ग्रुप २: काशवी शर्मा ग्रुप ३: आयति ओझा ग्रुप ४: नेहा भार्गव ग्रुप ५: वृंदा बंसल तीसरे सत्र के संचालक रहे श्री संदीप कुमार जी। इस सत्र में साहित्य की विधाओं की प्रस्तुतियों से हिन्दी भाषा के प्रति सम्मान व गौरव के पल सबने अनुभव किये। लघुकथा कृष्णा वर्मा जी ने प्रीति अग्रवाल जी ने प्रस्तुत कीं। हिन्दी की साहित्य अकादमी सम्मान से सम्मानित कवियित्री अनामिका जी की कविताओं का वाचन भारत से डॉ. सुधा उपाध्याय असोसिएट प्रोफ़ेसर जानकी देवी मेमोरियल कॉलेज दि वि वि ने किया। दिनकर की’ रश्मिरथी’ का बेहतरीन नाट्य संवाद कृष्ण संवाद श्री नैमेष नानावटी जी ने किया। सुमन कुमार घई जी की कहानी ’सुबह साढ़े सात से पहले’ का वाचन गुरू गोपाल सिंह जी ने किया। आयोजन के शानदार आग़ाज़ का जानदार अंजाम डॉ. शैलजा सक्सेना जी की कहानी “चाह” का वाचन श्रीमती नीरजा आप्टे, विवेक गुलावफ़ि, सूफियाना आलम ने बेहद रोचक व जीवंत अंदाज़ से किया। आयोजन की सफलता के लिये पूरी हिन्दी राइडर्स गिल्ड कैनेडा के निदेशक मंडल सक्रिय सदस्यों का धन्यवाद ज्ञापन श्री सुमन कुमार घई जी ने किया। निदेशक मंडल के सक्रिय सदस्यों के नाम इस प्रकार हैं श्रीमती आशा बर्मन, श्रीमती लता पांडे, डॉ. नरेंद्र ग्रोवर, श्रीमती कृष्णा वर्मा दीपक राजदान,श्रीमती पूनम चंद्र मनु, श्री संदीप कुमार जी, श्री विद्याभूषण धरजी । इस कार्यक्रम के संयोजन का श्रेय जाता है श्रीमतीकृष्णा वर्मा और श्रीमती पूनम चन्द्रा 'मनु' को। इस कार्यक्रम में एक बड़ी संख्या में फेसबुक से भी लोग जुड़े और उन्होंने अपने भावों के को सुंदर टिप्पणियों में व्यक्त किया । इस आयोजन की सुखद स्मृतियों संवेदन और अनुभव के लिये वहाँ मौजूद सभी वृहद् हिन्दी परिजनों ने एक दूसरे का धन्यवाद व आभार व्यक्त किया। इस तरह सार्थक शानदार हिन्दी भाषा के प्रचार-प्रसार का संकल्प लिया गया। रिपोर्ट डॉ. सुधा उपाध्याय तथा आशा बर्मन इस कार्यक्रम का वीडियो देखने के लिए कृपया इस लिंक पर क्लिक करें: Click here प्रमाणपत्र और उपहार के साथ प्रतिभागियों की फोटो गैलरी देखने के लिए यहाँ क्लिक करें। Click here