होली महोत्सव2016
अप्रैल 02, 2016, ओकविल (कैनेडा) – आज हिन्दी राइटर्स गिल्ड ने ओकविल के वैष्णों देवी मन्दिर में होली महोत्सव – 2016 बड़े धूमधाम से मनाया। दोपहर के डेढ़ बजे से मंदिर के सभागार में भीड़ जुटनी आरम्भ हो गयी। बच्चे-बड़े सभी होली की मुस्कान और रंग-बिरंगे परिधानों से सज्जित सभागार में आ रहे थे और उनका स्वागत गुलाल और होली मिलन से हो रहा था। एक तरफ़ कई प्रकार के अल्पाहार के मेज़ सजे थे तो दूसरी ओर लोग “ओकविल फूड बैंक” के लिए “पैकेज्ड फ़ूड” दान कर रहे थे। बड़ी उम्र के बच्चे तो होली से परिचित थे और उन्हें गुलाल लगवाना और लगाना अच्छा लग रहा था परन्तु छोटे बच्चे जो अपनी होश में होली पहली बार देख रहे थे, थोड़े हैरान थे पर रंग-बिरंगा गुलाल उनकी आँखों में शरारत भर रहा था। हालाँकि कि हिन्दी राइटर्स गिल्ड का उद्देश्य हिन्दी साहित्य को और समृद्ध करना और् जनसाधारण के मन में साहित्य के प्रति रुचि को बढ़ाना है परन्तु गिल्ड भावी पीढ़ी के मन में भारतीय संस्कृति के लिए प्रेम और जागृत भी पैदा करने के प्रयास करती है। हर वर्ष होली का कार्यक्रम मुख्यतः बच्चों के लिए; अपनी-अपनी कला को प्रस्तुत करने के लिए आयोजित होता है। इस बात का विशेष ध्यान रखा जाता है कि नृत्य और गीतों में बॉलीवुड से दूर रहा जाए। इस वर्ष लगभग 37 बच्चों ने मंच पर प्रस्तुतियाँ की। अल्पाहार और होली पर ठण्डाई का विशेष प्रबन्ध श्रीमती भुवनेश्वरी पाण्डेय और श्री अटल पाण्डेय ने किया हुआ था। उपस्थित लोग होली मिलन के साथ खाने का भी आनन्द उठा रहे थे। सभागार के एक ओर बच्चों को रंग भरने के लिए रंगीन पेंसिलें और धार्मिक रेखाचित्र दे दिए गए थे। नन्हें चित्रकार अपनी कला में मस्त थे। दूसरी ओर बड़े लोग एक दूसरे गले मिल कर होली की बधाई दे रहे थे। बाहर उड़ती बर्फ़ की ओर किसी का अगर ध्यान भी जाता तो बस मुस्करा के कह उठता – भई, कैनेडा की होली में तो भगवान भी सफ़ेद रंग उड़ा रहे हैं! कार्यक्रम का आरम्भ हिन्दी राइटर्स गिल्ड की संस्थापक निदेशिका डॉ. शैलजा सक्सेना ने अतिथियों और बच्चों के स्वागत से किया। उन्होंने मन्दिर की कार्यकारिणी के प्रति आभार प्रकट करते हुए बताया कि अभी तक अपने आठ वर्षों के इतिहास में “हि.रा.गि.” सात होली महोत्सव आयोजित कर चुकी है और इनमें से चार ओकविल के इस वैष्णों देवी मन्दिर में हुए हैं। मन्दिर हिन्दी राइटर्स गिल्ड को न केवल निःशुल्क स्थान उपलब्ध करवाता है बल्कि सभी के लिए अल्पाहार में भी सहायता करता है। डॉ. शैलजा सक्सेना ने मन्दिर की ओर से कुछ शब्द कहने के लिए वैष्णो देवी मंदिर, ओकविल की सांस्कृतिक सचिव स्नेहिल कटारे को आमन्त्रित किया। उन्होंने भी कुछ ही शब्दों में अतिथियों का स्वागत करते हुए सरस्वती वन्दना के लिए मंदिर के हिन्दी स्कूल के बच्चों एशल, ध्रुमि और आशी को आमन्त्रित किया। इसके बाद संचालन की बागडोर हि.रा.गि. की निदेशिका श्रीमती कृष्णा वर्मा ने सँभाली। सांस्कृतिक कार्यक्रम को आरम्भ करते हुए उन्होंने अदिति सक्सेना को की-बोर्ड पर “जन-गण-मन” की धुन बजाने के लिए आमन्त्रित किया। सभागार में उपस्थित लोगों ने खड़े होकर नन्ही अदिति की धुन पर जन-गण-मन का गायन किया। तत्पश्चात प्रिया राठौड़ ने “आज श्याम संग खेलो होली” भजन सुनाया उसको तबले पर संगत दी अर्जुन राठौड़ ने। भजन के बाद अर्जुन राठौड़ ने तबले पर तोड़ा की धुन से सबके मन में थिरकन भर दी। फिर शिवेन सिन्हा ने होली पर कविता सुनाई और चार्मी ब्रह्मभट्ट ने एक नृत्य प्रस्तुत किया। मंच पर अगली गायिका नीति धीमान थीं जिन्होंने कृष्ण भजन की शास्त्रीय प्रस्तुति की। कृष पाण्डेय ने गिटार वादन किया और उसके बाद ईशान वर्मा ने होली पर कविता सुनाई। इसके पश्चात अनिका तिवारी के नृत्य की प्रस्तुति से सभागार तालियों से गूँज उठा। तत्पश्चात “हरे कृष्णा” मंदिर के बच्चों ने ब्रह्म संहिता से श्लोक गायन किया। इसमें भाग लेने वाले बच्चे थे - राहुल वेंकटेशन, आकांश अरोरा, सुरीना अरोरा, जगदीश दास, दीक्षा कुमार और यशिका बैरी। सम्यक सिंह ने होली की कविता सुनाई। वैष्णों देवी मंदिर की नृत्य कक्षा के बच्चों ने जब भरतनाट्यम प्रस्त्तुत किया तो सभागार करतल ध्वनि से बार-बार गूँज उठा। अगले कविता पाठ करने वाला ईशान बत्रा था। हरे कृष्णा मंदिर के बच्चों; अदिति, सुरीना अरोरा, ईदा, नीरजा, दीक्षा कुमार और हरमन ने “यशुमति नन्दन” के पार्श्व गीत पर नृत्य प्रस्तुत किया। सक्षम बत्रा ने भजन गायन किया और आशी तनेजा ने नृत्य से सब का मन मोह लिया। अगले चरण में हिन्दी राइटर्स गिल्ड के सदस्यों – अरुण बर्मन, आशा बर्मन, छाया कोटनाला एवं आशा मिश्रा ने होली गीत गाया। हिन्दी राइटर्स गिल्ड और बिहार एसोसिएशन की सदस्याओं ने बिहारी लोकगीत फगुआ गाने के लिए मंच पर पूरे रंग में उतरीं सुमिता सिन्हा, शोभा तिवारी, नीरजा मिश्रा एवं लता पांडे। ढोलक की थाप और उसकी लय पर हॉल गूँज उठा और इस पर लोक नृत्य करने वालों के पाँव नहीं टिक सके और वह उठ कर स्टेज के आगे नाचने लगे। कार्यक्रम की आखिरी प्रस्तुति नृ एक सामूहिक नृत्य था जिसको प्रस्तुत किया वृंदा कंदनछठा, प्रिथी मेनन, सूर्या नांबियार, तरलिका सहगल एवं कामिनी सिंह ने। इसके बाद समय ऐसा बँधा कि कुछ मिनटों के लिए सब भूल गए कि हम भारत में नहीं कैनेडा में होली के रंग में डूबे हैं। हिन्दी राइटर्स के होली महोत्सव – 2016 के प्रायोजक थे अभिनव सिन्हा, सुमिता सिन्हा, साहिल डंग और अंजू धीमान। हिन्दी राइटर्स गिल्ड इन सबका हार्दिक धन्यवाद करती है। इस महोत्सव को आयोजित करने के लिए हि.रा.गि. की कृष्णा वर्मा, पूनम चन्द्रा “मनु”, भुवनेश्वरी पाण्डेय और लता पाण्डे ने विशेष भूमिका निभाई। कार्यक्रम के अंत में सांस्कृतिक प्रस्तुति करने वालों को सर्टिफिकेट और भेंट सहित धन्यवाद दिया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए स्वैच्छिक सेवकों ने बहुत परिश्रम किया।