डॉ. जगमोहन संघा
डॉ. जगमोहन संघा
शैक्षि क योग्यता: एलएलबी, एम.ए. (इंग्लि श); एम.बी.ए.; पीएच.डी.
वर्तमान पता: ब्रैम्पटन, ओंटेरियो
भाषाएँ: हिंदी, पंजाबी, अँग्रेज़ी
लेखन व प्रेरणा स्रोत: १४ साल की उम्र से लिखना शुरू किया। मोहन राकेश के उपन्यास "अंतराल" और उपेन्द्रनाथ अश्क के उपन्यास "बड़ी-बड़ी आँखें" शुरू की ज़िंदगी में प्रेरणा स्रोत बने।
प्रसारण: आल इंडिया रेडियो पर "युववाणी" नामक कार्यक्रम की मेज़बानी। गीतों भरी कहानी "यादों के चिराग" को सर्वश्रेष्ठ कहानी का खिताब दिया गया।
प्रकाशन: देश-विदेश के समाचार पत्रों, पत्रिकाओं में आलेख, कविताएँ, कहानियाँ, यात्रा वृत्तांत प्रकाशित जिनमें "ख़लील जिब्रान का लेबनान" और "सुन्दर सिक्कम" उल्लेखनीय हैं।
शोध पत्र विश्व के की रिसर्च जर्नल्स में प्रकाशित। भारत और पाकिस्तान के बहुत से प्रसिद्ध लेखकों, कवियों और फ़िल्म जगत की हस्तियों के साक्षात्कार प्रकाशित।
पुरस्कार और सम्मान: २००७ में अमेरिका की एक साहित्यिक संस्था द्वारा अंग्रेजी कविता को सर्वश्रेष्ठ
घोषत किया।
गीत और ग़ज़लों का बहुत से गायकों द्वारा गायन।
डॉ. संघा का एक गीत जो "नाइटिंगेल ऑफ़ पंजाब" सुरिन्दर कौर की मौत के बाद उनकी बेटी
और जानी- मानी गायि का डॉली गुलेरिआ ने गाया, पंजाब भर में बहुत मशहूर हुआ। इनकी दो ग़ज़लें
"दिल से दिल तक" नामक एलबम में शामिल की गईं जिसका विमोचन ओमान में भारत के राजदूत ने किया।
सम्प्रति: कैनेडा में इमीग्रेशन लॉप्रैक्टिस
अन्य गतिविधियाँ: कैनेडा में टीवी एवं फिल्म्स से भी संबद्ध। हाल में ही इनकी अँग्रेज़ी फ़िल्म "नेवर
अगेन' को दुनिया के बहुत से प्रसिद्ध फ़िल्मोत्सवों में दिखाया गया और पुरस्कृत किया गया।
बहुत वर्ष तक “ TAG Quiz with Dr. Jagmohan Sangha” नामक प्रश्नोत्तरी कार्यकर्म का सञ्चालन किया।
लेखक और निर्माता