हास्य कवि सम्मेलन
इस वर्ष हिन्दी राइटर्स गिल्ड ने अपने वार्षिक होली मिलन महोत्सव में घोषित किया था कि 13 अप्रैल, 2014 को ब्रैम्पटन, कैनेडा की लाइब्रेरी के सभागार में होने वाली मासिक गोष्ठी को हास्य कवि सम्मेलन का प्रारूप दिया जाएगा। इस काव्य सम्मेलन का प्रचार-प्रसार स्थानीय मीडिया द्वारा स्वेच्छा से किए जाने के फलस्वरूप श्रोताओं और अन्य भारतीय भाषाओं, विशेषकर पंजाबी के कवियों से भारी समर्थन प्राप्त हुआ और वे इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए उत्साह पूर्वक स्वयं भी आए और श्रोताओं को भी लाए। कार्यक्रम से पहले अल्पाहार के समय कवियों और श्रोताओं में जोश दिखाई दे रहा था। कार्यक्रम का आरम्भ विजय विक्रान्त ने संचालन का कार्यभार संभालते हुए किया और बताया कि अप्रैल के अंत में न्यूयॉर्क में होने वाले अंतरराष्ट्रीय हिन्दी सम्मेलन में कैनेडा का प्रतिनिधित्व करने के लिए हिन्दी राइटर्स गिल्ड की संस्थापक निदेशिका डॉ. शैलजा सक्सेना को आमन्त्रित किया गया है। पारंपरिक रूप से कवि सम्मेलन सरस्वती वन्दना से हुआ जिसका गायन तारा वार्ष्णेय ने किया। इसके बाद एक के बाद एक कवियों व कवयित्रियों ने स्वरचित या अन्य रचनाकारों की रचनाओं का पाठ किया और सभागार हँसी के ठहाकों से गूँजता रहा। प्रमिला भार्गव ने ध्यान दिलाया कि अधिकतर लोग अन्य कवियों की रचनाओं का पाठ कर रहे हैं जिससे प्रमाणित होता है कि अच्छे हास्य-व्यंग्य की रचना करना आसान नहीं। उन्होंने उपस्थित कवियों को चुनौती भी दी कि अगले हास्य कवि सम्मेलन की तैयारी करने के लिए उनके पास पूरा एक वर्ष है, अतः अगली बार स्वरचित रचना पाठ किया जाना चाहिए। कवि सम्मेलन में भाग लेने वालों की सूची इस प्रकार है - किशोरकान्त द्विवेदी, अरुण बर्मन, डॉ. इन्दु रायज़ादा, गोविन्द शर्मा, जगमोहन सांगा, अनिल कुन्द्रा, हरबीर सिंह ग्रेवाल, निर्मल सिद्धू, पूनम कासलीवाल, पराशर गौड़, आशा बर्मन, शशिकान्त जोगलेकर, कृष्णा वर्मा, सुखमिंदर रामपुरी, पंकज शर्मा, अजय गुप्ता, पूनम चंद्रा "मनु", कैलाश महंत, सविता अग्रवाल, प्रमिला भार्गव, जोगिन्दर अणखिला, संजीव अग्रवाल, सुमन कुमार घई, डॉ. शैलजा सक्सेना और विजय विक्रान्त। इस बार के अल्पाहार की व्यवस्था अरुण बर्मन और आशा बर्मन ने की थी, हिन्दी राइटर्स गिल्ड उनकी आभारी है।